‘वृक्षारोपण : एक कदम प्रकृति की ओर’ एवं सम्पूर्ण ब्लॉग परिवार की ओर से हम उन्हें पुत्री रूपी दिव्य ज्योत्स्ना की प्राप्ति पर बधाई देते हैं। इसके साथ ही उनकी पुत्री के निरोगी, सुखी, शान्तिपूर्ण, यशस्वी जीवन के लिये शुभकामनायें प्रेषित करते हैं।
नाम : श्रीमती कुसुम
वृक्ष का प्रकार : आम
वृक्ष का नाम : मौलि
रोपण स्थल : बहराइच, उ.प्र.
अवसर : बेटी के जन्म पर
कोड (संस्था प्रदत्त) : M14022011_10009
Bahut,bahut badhayi! Putree ke janm kee bhee aur vruksharopankee bhee!Khoob phoole phale aapka ye prayas!Laakhon ped lag jayen!
ReplyDeleteधन्यवाद, क्षमा जी.......................
ReplyDeleteश्रीमती कुसुम ji aapko badhai or bitiya ko dheron shubhkaamnayen,
ReplyDeleteआपकी रचनात्मक ,खूबसूरत और भावमयी
ReplyDeleteप्रस्तुति भी कल के चर्चा मंच का आकर्षण बनी है
कल (17-2-2011) के चर्चा मंच पर अपनी पोस्ट
देखियेगा और अपने विचारों से चर्चामंच पर आकर
अवगत कराइयेगा और हमारा हौसला बढाइयेगा।
http://charchamanch.blogspot.com/
badhi
ReplyDeleteor gudiya ko dher sari subhkamnaye
श्रीमती कुसुम जी एवं उनकी पुत्री कों शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबेटी के जन्म के अवसर पर वृक्ष लगाकर कुसुम जी ने बहुत ही पुण्य का काम किया है।
ReplyDeleteमानवता के हित में एक शुभ कार्य।
ReplyDeleteबेटी के जन्म के अवसर पर वृक्ष लगाकर कुसुम जी ने बहुत ही पुण्य का काम किया है।
ReplyDeleteवृक्ष प्रतीक हैं-स्थिरता के,दानवीरता के और अपनी जड़ों से जुड़े रहने के।
ReplyDeleteयहाँ अंडमान में मैंने भी तो ममा-पापा के साथ पौधा लगया है ...अच्छा लगता है ये सब.
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'पाखी की दुनिया' : इण्डिया के पहले 'सी-प्लेन' से पाखी की यात्रा !
आपको शुभकामना हेतु बहुत धन्यवाद.
ReplyDelete--मनोज मिश्र
आपकी इस पहल में हम भी साथ हैं ..हमारी भी शुभकामना
ReplyDeletenet kharab hone ke karan nahi aa saki waqt par ,magar ye andaj pasand aaya isme dohri khushi hai jeevan ki .sundar ati sundar aur badhai .
ReplyDeleteThis blog is very good.
ReplyDeleteवाह अद्भुत अभिनव सोच और कार्यान्वयन
ReplyDeleteआदरणीय महोदय
ReplyDeleteआपका यह शुभ संकल्प, वृक्षों के प्रति जनजागरण एक अत्यन्त महत्वपूर्ण व पवित्र कार्य है ।
हम आपके प्रयास की प्रसंसा करते हैं तथा यथाशक्य सहयोग का विश्वास दिलाते हैं ।।
आपका संस्कृतलेखन अतीव सुन्दर है
आपकी ही तरह से हमने भी संस्कृत के प्रसार हेतु शुभ संकल्प लिया है, आप कृपया संस्कृतम्-भारतस्य जीवनम् जालपृष्ठ के लेखक बनना स्वीकार करें व यदा कदा संस्कृत के लेख लिखकर इस भाषा के प्रसार में अपना अमूल्य योग दें ।
यदि मेरा निमन्त्रण स्वीकार हो तो कृपया अपना ईसंकेत दें जिससे आपको ब्लागलेखन का निमन्त्रण भेजा जा सके । हमारा ई संकेत pandey.aaanand@gmail.com है ।
धन्यवाद
भवदीय:-आनन्द:
bahut sundar v sarahniy prayas.vastav me prakriti ke astitva se hi hamara astitva hai..
ReplyDeleteश्रीमती कुसुम जी एवं उनकी पुत्री कों शुभकामनाएं ।
ReplyDeleteबहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
ReplyDeleteHi, their colleagues, nice paragraph and nice arguments commented here, I am really enjoying by these.
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